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इमाम बाड़ा मीरन साहब में होगी अन्जुमन गुलामाने हुसैन (अस) की तरही शबबेदारी, 20 मोहर्रम से 22 मोहर्रम तक जारी रहेगा सिलसिला

लखनऊ(ज़की भारतीय)।लखनऊ की मशहूर व मारूफ अंजुमन ,गुलमान-ए-हुसैन की तरही शबबेदारी की तैयारियों के लिए अंजुमन के तमाम ओहदे दारान और मिम्बरान ने कई मरतबा मीटिंगों का एहतेमाम किया और लखनऊ की तक़रीबन 100 अंजुमन हाए मातमी को दावतनामा दिया है।इसके अलावा पूरे लखनऊ में पोस्टर लगाए गए हैं और आम लोगों को भी दावतनामें दिए जा रहे हैं। अन्जुमन का मक़सद है कि इस बार होने वाली 100 साला तरही शबबेदारी में सभी मोमेनीन की शिरकत हो और सभी तरही कलाम सुनें,जिससे अन्जुमन और शायरे अन्जुमन की हौसला अफ़ज़ाई हो सके।इसके अलावा सलाम सुनकर लोग जान सकें कि ये कर्बला क्या है और हज़रत इमाम हुसैन (अस) ने यज़ीद के चेहरे से कौन से इस्लाम की नक़ाब उतारने के लिए अज़ीमुशशान क़ुरबानी पेश की थी।चाहे मजलिस हो या महफ़िल नौहा हो या सलाम मनकबत हो या मरसिया,हर सिन्फ़ में 72 करबला वालों का ज़िक्र होता है।जब लोग हक़ीक़त समझते हैं तो यज़ीद पर लानत करते हैं और हज़रत इमाम हुसैन (अस) से हमदर्दी रखने वाले पत्थर दिल इंसान की भी आंखें नम हो जाती हैं।दरअसल करबला में हक़ की जीत हुई और बातिल ने शिकस्त खाई।करबला एक ऐसा मौज़ू है जिसे जितना लिखा जाए उतना ही कम है।
सब्रो,वफ़ा,तहम्मुल, अख़लाक़ और शुजाअत।
जिसको जो सीखना हो सीखे वो करबला से ।।
बहरहाल अन्जुमन गुलामाने हुसैन की तरही शबबेदारी कल 20 मौहर्रम मुताबिक़ 1 अक्टूबर बरोज़ पीर से शुरू हो रही है,जो 22 मोहर्रम मुताबिक़ 3 अक्टूबर तक जारी रहेगी।
आज अन्जुमन की तरतीब के लिए शाम 4 बजे क़ुरआन दाजी हुई है।क़ुरानदाज़ी के मुताबिक 20 मोहर्रम मुताबिक़ 1 अक्टूबर को पहले नम्बर पर अन्जुमन दरबार-ए-हुसैनी ,दूसरे नम्बर पर अन्जुमन मुहिब्बान-ए-हुसैन ,तीसरे नम्बर पर अन्जुमन शहीदान-ए-कर्बला,चौथे नम्बर पर अन्जुमन गुंचा-ए-मज़लूमिया ,पाचवें नम्बर पर अन्जुमन शमशीर-ए-हैदरी,छठे नम्बर पर अन्जुमन-गुंचा-मेंहदिया और आखरी सातवें नम्बर पर अंजुमन नय्यर-उल-इस्लाम तरही कलाम पेश करेंगी।
इसी तरहा 21 मोहर्रम मुताबिक़ 2 अक्टूबर को पहले नम्बर पर अन्जुमन रौनक-ए-दीन-ए-इस्लाम, दूसरे नम्बर पर अन्जुमन हुसैनिया क़दीम,तीसरे नम्बर पर अन्जुमन तस्वीर-उल-अज़ा ,चौथे नम्बर पर अन्जुमन गुदस्ता-ए-हैदरी,पाचवें नम्बर पर अन्जुमन गुलज़ार-ए-पंजतन,छठे नम्बर पर क़मर-ए-बानी हाशिम ओर आखरी नम्बर पर अन्जुमन रियाज़ -उल-मोमेनीन तरही कलाम पेश करेगी।
22 मौहर्रम को तरही शबबेदारी की आखरी रात पहले नम्बर पर अन्जुमन मक़सद-ए-हुसैनी,दूसरे नम्बर पर नासिर-उल-अज़ा,तीसरे नम्बर पर ज़ीनत-उल-इस्लाम,चौथे नम्बर पर अन्जुमन गुलदस्ता-ए-इस्लाम ,पांचवें नम्बर पर अन्जुमन गुल्ज़ार-ए-अहलेबैत,छठे नम्बर पर अन्जुमन मेराज-उल-इस्लाम ओर सातवें नम्बर पर अन्जुमन शब्बीरिया तरही कलाम पेश करेगी।जिसके बाद अन्जुमन गुलमान-ए-हुसैनी की जानिब से मजलिस परपा होगी और अलविदाई आलम बरामद होगा।इस तरही शबबेदारी में शायरे अन्जुमन बिलाल काज़मी और मूसी रज़ा नजमी ने मोमेनीन से शिरकत की गुजारिश की है।
इस तरही शब्बेदारी में पहली बार जो मिसरा निकाला गया है वो इस तरहा है।
हर ख़ाक में रंगे दमे ईसा नहीं होता। इसमे ईसा,सदक़ा, जलवा और पहुचा वगैरह क़ाफिये हैं और इसकी रदीफ़ नहीं होता मुक़र्रर की गई है।
हुर आज है जैसा कभी ऐसा नहीं होता।
गर खिदमते सरवर में वो पहुचा नहीं होता।।।।

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