लखनऊ (सवांददाता)। अभी शाहजहांपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा भगवा रंग से रंगे जाने की घटना की बात से कांग्रेसियों का आक्रोश समाप्त भी नहीं हुआ था कि कांग्रेस के कार्यालय में भगवा रंग से हुई पुताई के मामले ने भी तूल पकड़ लिया था, हालाँकि कांग्रेस कार्यलय में हुई भगवा पुताई पर आज खुद कांग्रेस कार्यलय के इंचार्ज ने सफ़ेद रंग पुतवाकर उस मुद्दे को समाप्त किया जिसकी पुताई स्वयं एक कांग्रेसी पदाधिकारी के इशरे पर हुई थी| लेकिन आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने शाहजहांपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा भगवा रंग से रंगे जाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की प्रतिमाएं किसी विशेष रंग की मोहताज नहीं हैं। महात्मा गांधी की प्रतिमा को रंगकर कुछ लोगों ने उनकी आत्मा को चोट पहुंचाई है। राजबब्बर ने कहा कि हमारे देश के महापुरुषों की प्रतिमाएं विशेष रंगों से रंगकर समाज को बांटने और वैमनस्यता फैलाने का कार्य कुछ लोग कर रहे हैं। महात्मा गांधी ने तो रंगों को त्यागकर शांति एवं त्याग के प्रतीक सफेद रंग को अपनाया था। रंगों के आधार पर समाज बांटने की सोच रखने वाले कुछ लोग गांधी जी की सोच को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। गुरुवार को शाहजहांपुर में गांधी प्रतिमा को भगवा रंग से रंगने के बाद बवाल खड़ा हो गया था| डीएम अमृत त्रिपाठी ने पुलिस के साथ घटना स्थल का मुआयना किया। गुरुवार को बंडा क्षेत्र के गांव ढका घनश्याम के प्राथमिक स्कूल में स्थापित महात्मा गांधी की मूर्ति को भगवा रंग से रंगे जाने की बात सामने आई। लोग मौके पर जुटने लगे। पूछताछ में जैसवार प्रधान गायत्री ने बताया कि 2015 में स्कूल के प्रधानाध्यापक ने मूर्ति को इस रंग में रंगवाया था। तब से वह इसी रंग में है। एसडीएम ने कहा कि डीएम इसका निरीक्षण करेंगे। तब तक इसका रंग बदला नहीं जाएगा। राष्ट्रपिता की प्रतिमा को भगवा रंग में रंगे जाने के मुद्दे को कांग्रेस ने तूल दिया हैं। पार्टी जिलाध्यक्ष कौशल मिश्र ने इसकी जानकारी हाईकमान को दी है। उनका कहना है कि जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से महापुरुषों की प्रतिमाओं के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है।