HomeINDIAराममंदिर निर्माण और हलाला पर आधारित फ़िल्म "राम जन्मभूमि" का ट्रेलर रिलीज़

राममंदिर निर्माण और हलाला पर आधारित फ़िल्म “राम जन्मभूमि” का ट्रेलर रिलीज़

वसीम रिज़वी ने खुद लिखी है इस फिल्म की कहानी

लखनऊ (सवांददाता) शिया सेंट्रल वक़्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी के द्धारा निरंतर अयोध्या में राममंदिर निर्माण के सम्बन्ध में जारी बयानों के बाद जहाँ एक संप्रदाय विशेष में नाराज़गी का माहौल व्याप्त था, वही उनके विरुद्ध एक संप्रदाय विशेष ने लखनऊ के चौक कोतवाली में आपत्ति जनक बयान दिए जाने के मामले को लेकर एफआईआर भी दर्ज करवाई थी | जो बाते अबतक वसीम रिज़वी बाबर और मीरबाक़ी के विरुद्ध कह रहे थे, वो बाते अब उनके द्धारा लिखी गई कहानी के माध्यम से दुनियां देख सकेगी | राममंदिर निर्माण से जुडी राजनीति और हलाला जैसी सामाजिक बुराइयों को इस फ़िल्म “राम जन्मभूमि” में दर्शाया जाएगा| आज इसी फिल्म का ट्रेलर लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मलेन में जारी किया गया। इस अवसर पर लेख़क एवं निर्माता वसीम रिज़वी , निर्देशक सनोज मिश्रा, कार्यकारी निर्माता विवेक अग्रवाल , स्वामी मुरारी दास एवं सुबूही खान ( प्रभारी राम मंदिर निर्माण ,सहयोग मण्डल ) ने मिडिया को सम्बोधित किया। भारतीय जनमानस में एक सकारात्मक मुस्लिम और कट्टर मुस्लिम समाज़ में अपनी नकारात्मक छवि के लिए सुर्खिया बटोरने वाले वसीम रिज़वी ने राममंदिर पर अपने विचार को अब सिनेमा के माध्यम से पूरे देश तक पहुँचाने का मन बना लिया है। बताते चलें कि अयोध्या के राम मंदिर के विषय को केंद्र में रखकर बनने वाली यह पहली फीचर फिल्म “राम जन्मभूमि” है।

इन दिनों पूरे देश में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा बहुत ही सुर्ख़ियों में हैँ। सुप्रीम कोर्ट द्धारा इस मामले को फ़ौरन न सुनने के कारण साधू संत सहित पूरा देश अब राम मंदिर निर्माण के लिए और इन्तजार के लिए तैयार नहीं है। शिया वक़्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी पहले भी विवादित भूमि पर राममंदिर के निर्माण की पहल कर चुके है। वसीम रिज़वी को इसके लिए मुसलमानों ने फतवे तक जारी कर दिए थे | यही नहीं उन्हें मुस्लिम कट्टरपंथी आतकवादियों द्धारा जान से मारने की धमकी तक मिल चुकी है | उनकी हत्या करने के इरादे से आए कुछ अपराधियों को कई माह पूर्व दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार भी किया जा चुका है |

सिने क्राफ्ट प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित और सनोज मिश्रा के निर्देशन में फ़िल्म राम की जन्मभूमि में दर्शको को अयोध्या में 1992 से अबतक की प्रमुख घटनाओं को एक कहानी के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा |बताते चलें कि फिल्म के अधिकतम हिस्सों का फ़िल्मांकन भी अयोध्या में किया गया है।

फिल्म के लेख़क और निर्माता वसीम रिजवी का ऐसा मानना है कि मुस्लिम राजनैतिक रोटियाँ सेंकने वाले नेताओं और धर्म के ठेकेदारोँ पर यह फ़िल्म एक करारा प्रहार करेंगी। मुस्लिम समाज को हलाला जैसी दर्दनाक कुप्रथा के अन्धेरेपन को दर्शको के सामने प्रस्तुत करेगी। यह फिल्म सवाल करती है राममंदिर कब तक एक मुद्दा बना रहेगा ? आधुनिक समाज़ में रूढ़िवादी हलाला प्रथा से मिली मानसिक प्रताड़ना कब तक ? हलाला की आड़ में अपनी बहु से शारीरिक संबंधों का अंत कितना भयानक होगा ? सवाल ज्वलंत है तो जवाब भी जव्लंत होंगें , हम फ़िल्म में वह सब कुछ दिखा रहे है जो एक सभ्य मुस्लिम समाज़ में नहीं होना चाहिए। मुझे पता हैकि धर्म के पाखंडी ठेकेदार और मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करनेवाले नेताओं के लिए यह फ़िल्म बहुत चुभनेवाली है, लेकिन हम इस फ़िल्म के साथ देश में राम जन्भूमि पर मंदिर के निर्माण के साथ ही हलाला जैसे शर्मनाक बुराई को समाज से जल्द से जल्द मिटाना चाहते है|

फिल्म में मनोज जोशी , गोविन्द नामदेव , नाज़मीन पटनी , राजवीर सिंह , तृषा सचदेवा और आदित्य महत्वपूर्ण किरदारों में नज़र आएँगे ।गाँधीगिरी फ़िल्म से सुर्ख़ियों में रहे निर्देशक सनोज मिश्रा के निर्देशन में इस फ़िल्म को अयोध्या के कई महत्वपूर्ण हिस्सों में फिल्माया गया है। फिल्म के सिनेमाटोग्राफर संदीप त्यागी और कारकारी निर्देशक विवेक अग्रवाल है। फिल्म दिसंबर 2018 में प्रदर्शित होगी। इस अवसर पर निर्देशक सनोज मिश्रा ने बतायाकि ” फिल्म राम जन्मभूमि दिखाती हैंकि किस तरह देश के बाहर से दुश्मन बाबरी मस्जिद के नाम पर दंगे करवाते हैं साथ ही इस्लाम धर्म में हलाला जैसी बुराई को भी दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगी। और सबसे बड़ा सवाल का जवाब मांगती हैकि ज़फरखान जैसे लोग इस देश के लिए कितने ख़तरनाक है | हालाँकि इस फिल्म को दिसंबर 2018 में ही प्रदर्शित करने की बात से ये महसूस होता है की इस फिल्म की आधी से ज्यादा शूटिंग वसीम रिज़वी के एलान करने से पहले ही हो चुकी है| क्योकि दिसंबर ज्यादा दूर नहीं है |

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