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मुस्लिम समाज से प्रेरित होकर अपने देवी देवताओं के सम्मान के लिए खड़ा हुआ हिंदू समाज

अली हसनैन आब्दी फ़ैज़

दिए गए वीडियो में व्यक्त किए गए विचारों और व्यक्तियों के दावों और वक्तव्य से लेखक और वेब पोर्टल का सहमत होना आवश्यक नहीं। न हीं इन वीडियो की वास्तविकता की पुष्टि की जाती है यह लेख इन वीडियो में किए गए किसी भी प्रकार से उनकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।

 

फ्रांस में मुसलमानों के आखरी पैगंबर हज़रत मोहम्मद मुस्तुफा (स.अ.व.व) के कार्टून छापने के मामले में विश्व भर के मुसलमानों में व्याप्त रोष के बाद अब बजरंग दल के नेताओं को भी होश आ गया है | वो भी ये सोचने को बाध्य हो गए हैं कि उनके भी देवी देवताओं का अपमान न किया जाए , इसके लिए बजरंग दल ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर या नाम वाली आतिशबाजी की बिक्री पर रोक लगाए | रविवार को बजरंग दल के नेताओं ने दुकानदारों से भी आग्रह किया है कि देवी-देवताओं की तस्वीर व नाम वाली आतिशबाजी बिक्री के लिए नहीं लाए | बजरंग दल के महानगर संयोजक गौरव शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बैनर पोस्टर लेकर शहर के कई क्षेत्रों में घर- घर जाकर लोगों को जागरूक किया, साथ ही दीपावली पर ऐसे उत्पादों के बहिष्कार का अभियान चलाया |

बजरंग दल के महानगर संयोजक गौरव शर्मा ने कहा कि राष्ट्र विरोधियों ने संपूर्ण देश में हिंदू धर्म को अपमानित करने की एक मुहिम चला रखी है | इसलिए सभी दुकानदारों से आग्रह है कि देवी-देवताओं की तस्वीर व नाम वाली आतिशबाजी न बेचें | समाज के सभी वर्गों की धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखना आवश्यक है |

उन्होंने सीएम योगी से मांग की है कि इस प्रकार की गाइड लाइन जारी करें कि आतिशबाजी बाजार में हिंदू देवी-देवताओं के चित्रों पर बनी आतिशबाजी न बेची जाए | जिला प्रशासन बाजार लगने से पूर्व ही इस विषय पर एक गाइड लाइन जारी करे और ये प्रशासन की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह किसी भी प्रकार की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचने दे | स्थानीय लोगों ने भी बजरंग दल के देवी-देवताओं के चित्र लगे उत्पादों के बहिष्कार करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसका समर्थन भी किया है |

 

फ्रांस के राष्ट्रपति ने पैगंबर के कार्टून छापने के संबंध में अभिव्यक्ति के अधिकार की रक्षा का संकल्प लिया है जिसके बाद से मुस्लिम जगत में उबाल आ गया है |
फ्कई देश, खासकर पश्चिमी देशों में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ निंदालेख लिखने की छूट है | इसके इतर भारत में तमाम देवी देवताओं पर धार्मिक फिल्मों के साथ-साथ कार्टूनिक फिल्में ,ज्ञानवर्धक फिल्में और कॉमेडी फिल्में बनती रहती हैं | नाटक, कार्टून ,नुक्कड़ नाटक तक में और भंडारा लंगर इत्यादि में भी धार्मिक हस्तियों और शख्सियतों का रूप धरकर लोग मंचन करते नजर आते हैं परंतु अब हिंदू समाज भी सजग हो रहा है ,उन्हें ज्ञात हो रहा है कि मुस्लिम भाइयों की तरह उनके भी देवी देवताओं के चित्र इधर उधर किसी भी प्रोडक्ट पर बना होना उनके देवताओं का अपमान है |

 

दुर्गा बीड़ी अथवा आतिशबाजी में प्रयोग किए जाने वाले पटाखे ,आतिशबाजी में मिर्ची बम, फुलवरिया दीपक धार्मिक महापुरुषों के चित्रों पर आपत्ति जता रहा है |

बजरंग दल राजनीतिक हित और अपनी धाक जमाने के सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर रहा है, परंतु इतना तो है कि मुस्लिम समाज को देखकर हिंदू समाज के भाई भी यह समझने लगे की धार्मिक हस्तियों का चित्रण इधर-उधर नहीं करना चाहिए ,उनको एक विशेष सम्मान मिलना चाहिए जैसे आदि काल से सनातन धर्म में निरंकारी की पूजा और धर्म के प्रति सजगता थी वह अब हमारे हिंदू भाइयों में भी उत्पन्न हो रही है | धार्मिक हस्तियों का प्रयोग भारत में समाज को सुधारने के लिए होता है | कई स्थानों पर तो धार्मिक चित्रों को दीवारों पर नीचे की ओर लगा दिया जाता है कि लोग उस स्थान का सम्मान करें और वहां गंदगी इत्यादि ना फैलाएं परंतु समाज को सफाई के लिए प्रेरित करने के लिए हम लोग धार्मिक व्यक्तित्व का अनचाहे ही अपमान कर बैठते हैं।

मुस्लिम समाज अपने धर्म गुरुओं महापुरुषों और धार्मिक शख्सियतों के लिए सदैव सजग रहा उनके कार्टून बनाना उनका चित्र हमेशा से ही वर्जित है परंतु अब हिंदू समाज भी जागृत हो रहा है और वह इस त्रिकुटी को दूर करने का प्रयास कर रहा है |

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