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भाजपा को ज़मीन पर खड़ा करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का हुआ निधन, दुआएं हार गईं और मौत जीत गईं

लखनऊ (सवांददाता) 93 वर्षीय भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लगभग दो माह से दिल्ली के एम्स में बीमारी के चलते भर्ती थे| डॉक्टरों के मुताबिक़ उनको जीवन रक्षक प्रणाली पर चलाया जा रहा था| आज जैसे ही उनकी हालत गम्भीर हुई वैसे ही जहां मीडिया एम्स के बहार इक्क्ठा हो गई वहीं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई को देखने एम्स में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी समेत देश के तमाम नेताओं ने पहुंचकर उनका हाल जाना| इस मौके पर राहुल गाँधी भी उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे| लखनऊ में आज जहाँ भाजपा नेता मोहसिन रज़ा ने उनके निधन से पूर्व हज़रतगंज में स्थित इमामबाड़ा सिब्तैनाबाद में नमाज़ के बाद उनकी सेहत के लिए दुआ मांगी वहीं उन्होंने दिए अपने बयान में कहा कि लखनऊ से पूर्व प्रधानमंत्री का घेहरा रिश्ता है और जो खबरे मीडिया द्वारा आ रही है उससे दिल दहल रहा है उन्होंने कहा कि वो धर्म जाती से ऊपर उठकर काम करते थे उनकी देश को ज़रूरत है उन्होंने आज ही दिए अपने बयान में कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का मुसलमानों पर जो एहसान है वो उतरा तो नहीं जा सकता है लेकिन लोग उनकी सेहत के लिए दुआ तो कर सकते है| हालाँकि उनके इस बयान के लगभग 4 घंटे बाद प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई का एम्स में निधन हो गया| यही नहीं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बाजपेई के निधन से पूर्व उनकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि जब मुझे उन्होंने मेयर के लिए चुनाव में प्रत्याशी घोषित किया था तब उन्होंने एक जनसभा में कहा था कि आप लोगों ने मुझे जिताकर कुर्ता तो पहनवा दिया लेकिन क्या मैं बिना पैजामे के अच्छा लगूंगा ? जनता के बीच से आवाज़ आई, नहीं | तब उन्होंने कहा कि दिनेश शर्मा की जीत हमारा पैजामा है|दिनेश ये कहते -कहते भावुक हो गए| हालाँकि जब मोहसिन रज़ा और डॉक्टर दिनेश शर्मा ने ये बयान दिए थे, तब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ज़िंदा थे लेकिन अब उनके निधन के बाद इन लोगों पर क्या गुज़री होगी, कुछ कहा नहीं जा सकता ? यही नहीं आज अटल जी के निधन के बाद सम्पूर्ण भारत में शोक का माहौल है जैसे-जैसे लोगो को उनके निधन की सूचना मिलती जा रही है, वैसे-वैसे उनके चाहने वाले अपने आँसुओं को अपनी आखों में कैद करने में नाकाम होते जा रहे है|
एम्स के अनुभवी डॉक्टर लगातार उनकी देखरेख में लगे हुए थे। स्व. अटल जी की बुधवार को अचानक तबियत ज़्यादा ख़राब हो गई थी | इसी बीच कल दोपहर बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी समेत देश के तमाम नेता उनका हाल जानने के लिए एम्स पहुंचे।

जैसी ही अटलजी की तबीयत बिगड़ने की खबर मीडिया पर फैली देश भर में उनके चाहने वाले और प्रशंसकों ने उनके स्वस्थ व दीर्घायु होने की कामना शुरू कर दी थी। बताते चले किअटल जी के निधन से पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केन्द्रीय मंत्रियों सुषमा स्वराज और राजनाथ सिंह के एम्स पहुंचे थे |

बताते चले कि एम्स ने कल एक बयान में कहा था कि, दुर्भाग्यवश, उनकी हालत बिगड़ गई है। उनकी हालत गंभीर है और उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। भारतीय जनता पार्टी के 93 वर्षीय दिग्गज नेता को गुर्दे में संक्रमण, मूत्र नली में संक्रमण, पेशाब की मात्रा कम होने और सीने में जकड़न की शिकायत के बाद 11 जून को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली (एम्स) में भर्ती कराया गया था।

आज एम्स पहुंचने वालों में केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान, राधा मोहन सिंह और जगत प्रकाश नड्डा भी शामिल हैं। इनके अलावा नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी एम्स पहुंचे थे। स्व. अटल जी के निधन पर देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक का एलान किया गया है| शुक्रवार को उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को भाजपा मुख्यालय पर लाया जायेगा| इस सम्बन्ध में आज सांय 6 :30 बजे केंद्रीय बैठक का भी आयोजन किया गया| देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे स्व. अटल जी को भारत रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका है| बताते चले कि स्व. अटल बिहारी बाजपेई 25 दिसंबर सन 1924 में ब्रह्ममुहूर्त के शिंदे कि छावनी के एक घर में पैदा हुए थे|

 

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