HomeUTTAR PRADESHपुलिस की बग़ावत को मद्देनज़र रखते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने दी...

पुलिस की बग़ावत को मद्देनज़र रखते हुए डीजीपी ओपी सिंह ने दी पुलिस को नसीहत

डीजीपी ओपी सिंह, सिपाहियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा : “बोलो कम और गलतियां करों कम” 

लखनऊ (सवांददाता) पुलिस लाइन में 200 सिपाहियों की 12 दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम में डीजीपी ने पुलिसकर्मियों को आज नसीहत देते हुए कहा कि पुलिस की विश्वसनीयता आगे बढ़ानी है, यही हमारी ताकत है। वर्दी की अहमियत घट-बढ़ रही है। कमी सब में है चाहें वह कोई भी हो। अगर हम कमियां ही इंगित करते रहे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा। पुलिस की शिथिलता और मनमानी को देखते हुए सिपाहियों को दोबारा प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम आज से शुरू हुआ है। उद्घाटन सत्र में डीजीपी ओपी सिंह ने सिपाहियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि बोलो कम और गलतियां कैसे हो कम ये सोचना ज़रूरी हैं ।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में कुछ छिपा नहीं है। आप कुछ भी कर लो वह सामने आ ही जाएगा। मीडिया और सोशल मीडिया सब देख रही है। समाज की हमसे क्या अपेक्षा है, इसे देखना होगा। पीडि़तों से कैसे बात करनी हैं, इसका ध्यान रखें। परिवार से परेशान होकर कोई व्यक्ति थाने आता है और वहां पीडि़त को मदद न मिले तो फिर उसे निराशा ही मिलेगी। ऐसी स्थिति न आए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी बहुत काम करते हैं। मैंने देखा है सिपाहियों को लगातार 24 घंटे काम करते हुए। कितनी भी अच्छी ट्रेनिंग कर लें, कोई न कोई गलती कर ही देगा।

डीजीपी ने सहारनपुर के सिपाही का उदाहरण देते हुए कहा कि एक सिपाही अपनी बेटी की मौत के गम को भूलकर दूसरे की जान बचाई । इस घटना पर मैने फिल्म बनवाई और सिपाही को प्रशंसा चिन्ह देकर सम्मानित किया। फर्रूखाबाद में सिपाही ने एक व्यक्ति की खोया हुआ कीमती सामान वापस दिलाया, जो पीडि़त ने बेटी की शादी के लिए बचाकर रखा था। वहीं राजधानी में अपना खून देकर सिपाही ने बच्ची की जान बचाई। ऐसे हैं हमारे जवान। आप सब भी समाज में भरोसा कायम करें।
हालाँकि ये सारी बातें उन्होंने अपनी तैनाती के बाद आज पहली बार किसी समारोह में शामिल हो कर कहीं | कारण सभी जानते है कि विवेक तिवारी हत्याकांड से पुलिस पर से लोगों का विश्वास उठ चुका है | ज़ाहिर है कि रक्षक ही भक्षक बन जायेंगे तो कौन किसकी रक्षा कर पायेगा | विवेक तिवारी हत्याकांड में खास बात देखने को ये मिली के सिपाही अभियुक्त के पक्ष में आ रहे थे और काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कर रहे थे | उच्चाधिकारियों की इस लामबंदी के कारण नींदे हराम हो गई थी | यही कारण है कि आज डीजीपी ओपी सिंह ने पुलिस की कार्यप्रणाली की जहां तारीफ की है वही उन्होंने पुलिस को कई उदाहरण देकर नसीहत भी दी है |

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Must Read