लखनऊ (सवांददाता) अभी बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में हुए महिलाओं के साथ रेप काण्ड का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के नारी संरक्षण गृह में महिलाओं के साथ जबर्दस्ती देह व्यापार करने का मामला प्रकाश में आ गया| इस मामले पर बीएसपी द्वारा जारी सूचना के अनुसार प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमों मायावती ने तल्ख़ टिप्पणी करते हुए जारी अपने बयान में कहा कि इस घिनौने काण्ड से यह साबित हो गया कि बीजेपी की सरकारो में कितनी ज़्यादा अराजकता है व महिलाये कितनी ज़्यादा असुरक्षित हैं और उनकी बुरी दुर्दशा है| जो पूरे देश के लिये ही शर्म व अति-चिन्ता की बात है। सरकारी उदासीनता के कारण बिहार व देवरिया नारी संरक्षण गृह में भी जबर्दस्ती देह व्यापार कराने की लम्बे समय से चली आ रही घिनौनी घटना की तीव्र निन्दा करते हुए मायावती ने कहा कि इस प्रकार की जघन्य घटनाओं से यह साबित होता है कि बीजेपी शासित राज्यों में थोड़ा नहीं बल्कि पूरा जंगलराज है तथा कानून-व्यवस्था की तरह ही महिला सुरक्षा व सम्मान भी बीजेपी के लिए प्राथमिकता नहीं हैं| मुजफ्फरपुर शेल्टर होम व देवरिया नारी संरक्षण गृह में दुष्कर्म का धन्धा चलाने वालों के खिलाफ सख्त-से-सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए मायावती ने कहा कि सरकारी संरक्षण के बिना यह सब अन्याय-अत्याचार व घोर पाप संम्भव ही नहीं है। इसलिए सरकारी अधिकारियों आदि पर भी कार्रवाई काफी सख्त होनी चाहिए, ना कि लीपापोती जैसी कोई बात| उन्होंने कहा कि लीपापोती तो बीजेपी सरकार कि आदत बन गई हैं,गम्भीर से गम्भीर घटनाओ में बीजेपी सिवाए लीपापोती और कुछ नहीं करती हैं| बीजेपी की सरकार में ज्यादातर लोग अपने आपको कानून से ऊपर मानने लगे हैं, जिस कारण आमजनता चैन से नहीं जी पा रही है। समाज का हर तबका दुःखी व पीड़ित है। दलितों, पिछड़ों, ईसाई, मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा अपरकास्ट समाज के गरीबों के बाद अब महिलायें भी शोषण व आतकं का शिकार हो रही हैं जबकि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अन्य गम्भीर समस्याओं के साथ-साथ महिला सुरक्षा के मामले में भी काफी उदासीन नजर आ रहा है, जो देश के लिये बड़ी चिन्ता की बात है और जिसके सही उपायों के लिये देश की आमजनता को कमर कसना जरुरी है। पहले बिहार व अब उत्तर प्रदेश में भी इस प्रकार के जघन्य महिला अपराधो के मामलों मे भी साफ व सही नीयत तथा दृढ़ इच्छाशक्ति से काम नहीे करने एवं केवल सरकारी लीपापोती की प्रथा अपनाने की तीव्र भत्र्सना करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार को बी.एस.पी. शासन का वह ज़माना भी ज़रूर याद कर लेना चाहिये कि जब इलाहाबाद के सुदूर गाँव में एक महिला को नंगा घुमाने पर सीधे जिले के सबसे बड़े अधिकारी एस.एस.पी. को ही निलम्बित कर दिया गया था। कानून-व्यव्स्था के साथ-साथ ख़ासकर महिलाओं की सुरक्षा के मामले में जब तक सख़्त कानूनी कार्रवाई नहीं की जायेगी ऐसी घटनाये रूकने वाली नहीं है। वैसे तो उत्तर प्रदेश सरकार को बिहार की दुःखद घटना से सबक सीख कर फौरन ही एलर्ट हो जाना चाहिए था, लेकिन सरकार सोती रही और महिलाओं का बड़ा समूह सरकारी व्यवस्थाओं का शिकार बनता रहा। यह सब अत्यन्त ही दुःखद है।