लखनऊ,संवाददाता। उत्तर प्रदेश में 21 मई को बरेली, मुरादाबाद, रुड़की, लक्सर, देहरादून, काठगोदाम और ऋषिकेश सहित हरिद्वार रेलवे स्टेशन का बम से उड़ना लगभग तय हो चुका है। जी हाँ,आप भी सोच रहे होंगे कि हम इतने दावे से ये बात कैसे कह रहे हैं ? दरअस्ल बात ये है कि ये बात हम नहीं बल्कि एक आंतकवादी संघठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से उत्तर रेलवे के रुड़की रेलवे स्टेशन के मास्टर को रविवार देर शाम एक धमकी भरा पत्र के माध्यम से दी गई है, पत्र में इतना ही नहीं बल्कि हरिद्वार के कई धार्मिक स्थलों के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी बम से उड़ाने की चेतावनी दी गई है।
आख़िर जब इन आतंकी संगठनों को ऎसी घटना को अन्जाम देना होता है तो ये पहले से हमें सतर्क करके अपने मंसूबों को विफल क्यो करवा देते है? शायद इसका उत्तर कोई देने को तैयार नहीं है।
बहरहाल उत्तर रेलवे के बरेली रेलवे स्टेशन समेत कई अन्य रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी देने का मामला एक बार फिर प्रकाश में आया आया है। धमकी भरे पत्र मिलते ही पुलिस विभाग जांच में जुट गया है। जबकि जीआरपी और आरपीएफ भी हरकत में आ चुकी है।
सभी रेलवे स्टेशन पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है और हर संदिग्ध यात्री और किसी भी तरह के सामान पर पैनी नज़र रखकर जांच की जा रही है।
धमकी भरा पत्र भेजने वाला खुद को जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर सलीम अंसारी बता रहा है।
आरपीएफ अैर जीआरपी किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।
धमकी मिलने के बाद बरेली जंक्शन सहित सभी रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी ने सुरक्षा बढ़ा दी है। स्टेशन के साथ ट्रेनों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। रेलवे ने धमकी भरे इस पत्र को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाये जाने की धमकी का यह तमाशा पहली बार नहीं हुआ है । इससे पहले भी कई बार रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी मिलती रही हैं। अभी गत दिनों ही सहारनपुर रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।लेकिन ये धमकी भी किसी की शरारत महसूस हुई थी।