HomePOLITICSसुरजेवाला ने मोदी सरकार पर चलाये एक साथ दस सवालों के तीर

सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर चलाये एक साथ दस सवालों के तीर

लखनऊ (सवांददाता) कांग्रेस ने सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल पूरे होने पर आज मोदी सरकार के जश्न पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश का सैनिक कुर्बानी दे रहा है और महिमामंडन प्रधानमंत्री मोदी का हो रहा है, सैनिकों के नाम पर वोट भाजपा बटोर रही है।कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर देशहित के साथ धोखा और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है। आज कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ पूर्व सैनिक भी मौजूद थे । पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सदैव देश के जवानों के शौर्य और बलिदान की कसौटी पर राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम करते आए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछले बीस वर्षों में देश के सैनिकों ने 28-29 सितंबर 2016 के अलावा साल 2000 के बाद अनेक मौकों पर सर्जिकल स्ट्राइक की हैं। रणदीप सुरजेवाला ने अमित शाह पर जबानी हमला करते हुए कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने 7 अक्टूबर 2016 को दिए अपने दिए भाषण में न केवल सैनिकों के बलिदान को नकारा बल्कि सैनिकों की वीरता को भी अपमानित किया। सुरजेवाला ने मोदी सरकार को कमजोर बताते हुए कहा कि सरकार के ढुलमुल रवैये और बेमेल राजनीतिक दिशा के चलते भारत की सीमाओं पर दुश्मन की लगातार गोलाबारी जारी है और देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। प्रेस वार्ता में रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार से 10 सवाल भी पूछे। उन्होंने मोदी सरकार से पूछा कि वन रैंक, वन पेंशन को खारिज करके देश के सैनिकों के साथ छल-कपट क्यों किया ? उन्होंने कहा कि वन रैंक, पांच पेंशन क्यों बना दिया?

उन्होंने मोदी सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल करते हुए पूछा कि मोदी सरकार ने 52 महीनों में पाकिस्तान प्रायोजित आतकंवाद के चलते अकेले जम्मू-कश्मीर में 414 जवान शहीद हुए और 259 नागरिकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बताए कि पाकिस्तानी सैनिकों ने हमारे देश के शहीदों के सर काट लिए, लेकिन वह चुप क्यों रहे?

सुरजेवाला ने तीसरा सवाल पूछते हुए कहा कि मोदी सरकार देश की सीमाओं की सुरक्षा करने में नाकामयाब रही है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से पाकिस्तान ने 3 हजार बार से अधिक नियंत्रण रेखा पार कर चुका है और पाकिस्तानी घुसपैठ में 500 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि 28 सितंबर 2016 को सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी सरकार ने अपना राजधर्म नहीं निभाया और उसके बाद से पाकिस्तान ने 1604 बार घुसपैठ की है।

उन्होंने 27 मार्च 2016 को पठानकोट हमले में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकी हमले की जांच के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को क्यों आमंत्रित किया। सुरजेवाला ने कहा कि 30 मार्च 2016 को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में बयान दिया था कि पठानकोट आतंकी हमले में जांच में पाकिस्तान ने गंभीरता से प्रयास किए हैं। सुरजेवाला ने कहा कि ऐसा कह कर शाह ने आईएसआई की सराहना क्यों की?

इसके अलावा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर देश के रक्षा बजट में कटौती का भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 2018-19 के बजट में सेना के लिए जीडीपी का केवल 1.58 प्रतिशत ही आवंटित किया, जो 1962 के बाद से सबसे कम है। उन्होंने कहा कि सरकार देश के सैनिकों के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है।

सुरजेवाला ने भाजपा पर लगातार जो दस सवालों की बौछार की है उसका शायद भाजपा के पास कोई जवाब न हो | उन्होंने पूछा कि नेजर जनरल बीसी खंडूरी की अध्यक्षता में संसदीय रक्षा समिति ने खुलासा किया था कि सेना के 68 फीसदी हथियार पुराने हो चुके हैं और नए साजो समान की खरीद के लिए पैसे नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह रिपोर्ट मिलने के बाद मेजर जनरल खंडूरी को समिति के अध्यक्ष पद से हटा दिया। उन्होंने पूछा कि मोदी सरकार क्यों रक्षा तैयारियों को षडयंत्रकारी रूप से कमजोर कर रही है।

सुरजेवाला यही पर नहीं रुके बल्कि डोकलाम पर बोलते हुए उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि चीन ने नॉर्थ-सॉउथ में सेना की पोस्ट से 10 मीटर दूर कैसे मीलिट्री कॉम्पलैक्स बना लिया, जिसमें हैलीपैड, कॉन्क्रिट स्ट्रक्चर, सड़कें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि क्या चीन ने डोकलाम में सड़क बना कर सिलिगुड़ी कॉरिडोर तक घुसपैठ नहीं कर ली है।

राफेल घोटाले पर सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने 126 लड़ाकू विमानों की जगह 36 करने का एकतरफा फैसला आखिर क्यों लिया ? सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के इस फैसले से देश की सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ हुआ है।

कांग्रेस के मीडिया प्रमुख ने पूछा कि मोदी सरकार ने माउंटेन स्ट्राइक कॉर्प्स को क्यों खारिज किया ? यूपीए सरकार ने 64 हजार 678 करोड़ रुपए खर्च और 90 हजार 274 सैनिकों की सीमा पर यह कॉर्प्स बनाने का फैसला किया था, लेकिन मोदी सरकार ने चीन के आगे घुटने टेक कर देश की आतंरिक सुरक्षा के साथ भी गंभीर खिलवाड़ किया है।

नक्सलवाद पर बोलते हुए सुरजेवाला ने सरकार से सवाल पूछा कि 2015 के बाद से मोदी सरकार की नाक के नीचे 3200 नक्सली हमले हुए हैं, जिनमें 237 जवान शहीद हुए और 380 से ज्यादा नागरिक मारे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि उन्होंने नक्सलवाद के प्रति नरम रुख अपना कर देश की सुरक्षा को क्यों खतरे में डाल रखा है?

इंडियन एक्स सर्विस मैन मूवमेंट के अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर जनरल सतबीर सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि उन्हें वन रैंक, वन पेंशन की लड़ाई लड़ते हुए 1200 दिन बीत चुके हैं। जंतर-मंतर धरना स्थल समेत देश के 153 स्थानों पर पूर्व फौजी भी सम्मान और अपने अधिकार की लड़ाई के लिए एकजुट हुए और धरना दिया। लेकिन मोदी सरकार देश में सैनिकों के सम्मान, अधिकार और प्रतिष्ठा की सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने मोदी सरकार से कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए जवानों की कुर्बानी का फायदा न उठाया जाए |

 

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