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विधानसभा अनिश्चतकाल के लिए स्थगित , योगी ने अशआर पढ़कर दिया विपक्षियों को जवाब

लखनऊ,संवाददाता | उत्तर प्रदेश विधानसभा मॉनसून सत्र का आज समापन होने के बाद विधानसभा अनिश्चतकाल के लिए स्थगित हो गया | सत्र के स्थगित होने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने यूपी में चल रही ब्राह्मण सियासत पर विपक्ष को करारा जवाब देते कहा कि फिर से समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है | ये वही लोग हैं, जिन्होंने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं. जो लोग आज जातिवाद का नारा लगा रहे हैं, जब सत्ता में आते हैं तो कन्नौज के नीरज मिश्रा नाम के बीजेपी के कार्यकर्ता का सिर काटकर घुमाते हैं और उस शर्मनाक घटना के बाद भी जनता से माफी नहीं मांगते हैं | ये वही लोग हैं जो तिलक और तराजू की बात कर इस समाज को बार-बार गाली देते थे. | आज नए रूप से उमंग के माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं |

योगी आदित्यनाथ ने गणेश चतुर्थी की बधाई के साथ अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा कि हम सबके लिये ये गौरव का विषय है कि 492 वर्षों से चला आ रहा विवाद ख़त्म हुआ है | मर्यादा पुरुषोत्तम राम की ताक़त का कुछ लोगों को अनुमान नहीं था और कुछ लोगों की कुंठा उनकी बातों में निकल रही है |
शनिवार को सदन में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था से लेकर तमाम मुद्दों पर विपक्ष को जवाब दिया | संबोधन के आखिर में सीएम योगी ने अपने विपक्षियों को शोलोक पढ़कर नहीं बल्कि शेर सुनाकर जवाब दिया |

चमन को सींचने में कुछ पत्तियां झड़ गई होंगी |
यहीं इल्जाम लग रहा है हम पर बेवफाई का ||
चमन को रौंद डाला जिन्होंने अपने पैरों से |
वही दावा कर रहे हैं इस चमन की रहनुमाई का ||

सीएम योगी ने राम और परशुराम के बारे में बात करते हुए कहा कि दोनों ही भगवान विष्णु के अवतार हैं | ये केवल बुद्धि का भेद है | उन्होंने कहा कि जहां बुद्धि का स्तर संकीर्ण और छोटा होता है वहां लोग भ्रम में पड़ जाते हैं, लेकिन तात्विक रूप से शास्त्र ने कोई भेद नहीं माना है | सीएम ने इस दौरन तुलसीदास द्वारा रचित धनुष प्रसंग का उल्लेख किया और कहा कि अगर इन लोगों ने राम और परशुराम को समझा होता तो ऐसा नहीं कहते |

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