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मुख्यमंत्री नें किया हज़ारों करोड़ रुपए की लागत से 17 पारेषण एवं वितरण उपकेन्द्रों का लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ, संवाददाता । प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आज बिजली महोत्सव व ऊर्जा दिवस के अवसर पर कहा कि, उज्ज्वल भारत के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए बिजली महोत्सव व ऊर्जा दिवस मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में 2,723.20 करोड़ रुपए की लागत से 17 पारेषण एवं वितरण उपकेन्द्रों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। सीएम योगी ने कहा कि, जिन जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर परियोजना पूरी हुई है उन्हें बधाई। जिन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ है उनका समय पर कार्य पूर्ण होगा। इन नए उपकेंद्रों के शुरू होने से दर्जनों जिलों में विद्युत आपूर्ति बेहतर होगी। ऊर्जा दिवस और बिजली महोत्‍सव के अवसर पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 1.21 लाख गांव में आजादी के बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई थी। हमने हर घर बिजली के लक्ष्य को पूरा किया है। सूबे में अब कोई वीआईपी जिला नहीं है। अब प्रदेश का हर जिला और गांव वीआईपी होगा। पहले चार जिलों में बिजली मिलती थी। अब सभी जगह रोस्टर के अनुसार बिजली दे रहें है। प्रदेश के सभी जिलों में बिना भेदभाव के पर्याप्त बिजली मिल रही है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में 16 से 18 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। अगले पांच साल में अपनी बिलिंग और कनेक्शन एफिशिएंसी को बढ़ाना विभाग के लिए चुनौती है। हमें विद्युत की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनना है। पावर कारपोरेशन बिना भेदभाव के बिजली उपलब्ध कराएगा।

सौभाग्य योजना के तहत 1.43 करोड़ गरीब परिवारों को दिए गए निशुल्क बिजली कनेक्शन

सीएम योगी ने कहाकि, हमारी सरकार ने सौभाग्य योजना के तहत 1.43 करोड़ गरीब परिवारों को निशुल्क बिजली कनेक्शन दिए हैं। छूटे हुए सभी मजरों और घरों को बिजली देने का काम करना है। ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिलिंग, कलेक्शन बढ़ाकर ऊर्जा विभाग को आत्मनिर्भर बनाएं।

पर्याप्त बिजली के बिना कोई भी राष्ट्र व समाज आगे नहीं बढ़ सकता – अरविन्द कुमार शर्मा

इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा ने कहा कि, देश की अर्थव्यवस्था को गति देना है तो ऊर्जा उसके लिए बहुत आवश्यक है। बगैर पर्याप्त बिजली के कोई भी राष्ट्र व समाज आगे नहीं बढ़ सकता। जितने भी राष्ट्रों ने प्रगति की है, उसमें ऊर्जा का बहुत ही बहुमूल्य योगदान रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी पावरग्रिड भारत में है।

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