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भ्रष्ट कोटेदारोके संरक्षक बन बैठे हैं अधिकारी ,मोटी रक़म लेकर करवाते हैं कालाबाज़ारी का धंधा

पुख्ता सबूत होने के उपरांत भी कोटेदारों की चाँदी,उपभोक्ताओं के राशन पर डाका

लखनऊ ,संवाददाता | केंद्र सरकार द्वारा भले ही निर्धन लोगों के पेट भरने के लिए व्यापक इंतेज़ाम किये जा रहे हों मगर कोटेदारों की लालच और कालाबाज़ारी के आगे उपभोक्ता नतमस्तक हैं ,यही नहीं इन कोटेदारों के विरुद्ध पत्रकारों द्वारा चलाई जा रही ख़बरों का भी संज्ञान नहीं लिया जा रहा है | एन एस लाइव न्यूज़ (यूट्यूब चैनल) द्वारा फ़ाज़िल नगर थाना सआदतगंज में स्थित कोटेदार ममता गौतम की दुकान पर जब एनएस लाइव न्यूज़ की टीम पहची और वहां के उपभोक्ताओं से उनका साक्षात्कार लिया तो सभी ने अपनी पीड़ा बताते हुए कोटेदार पर कई संगीन आरोप लगाए | कोटेदार उपभोक्ताओं का गुंडई के दम पर एक यूनिट राशन नहीं देती है और इसके अलावा जमकर घटतौली भी करवाती है | खास बात ये है कि दुकान पर बैठे मुंशी ने दिए अपने बयान में साफ़ तौर से कहा कि जो कुछ मैं करता हूँ उसके लिए मैं ज़िम्मेदार नहीं हूँ | उसका कहना है कि जो आदेश मुझे मिलता है मैं उसका पालन करता हूँ उसके दिए गए इस बयांन से स्पष्ट हो चुका है कि कोटेदार स्वंय कालाबाज़ारी करवाती है | हालाँकि क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि ये कण्ट्रोल जब से खुला है तब से इसे ठेकेदार द्वारा चलवाया जाता है |कोटेदार को पांच हज़ार रूपए महीना दिया जाता है ,जबकि चौक एआरओ संतोष टीजी के नाम से 5 हज़ार रूपए महीना और कालाबाज़ारी करने के लिए 35 हज़ार रूपए अलग से लेते हैं | सूत्र बताते हैं कि इस तरह के मामलों में ऊपर तक रिश्वत का बंदरबाट होता है | एआरओ चौक को इस प्रकरण में जब उनके मोबाईल पर फोन किया गया और उनको बताया गया कि आपको आपके वाट्सएप पर लिंक भेजा गया है उसे देख लें कि कोटेदार का मुंशी और उपभोक्ताों ने क्या बयांन दिया है इसपर उन्होंने कहा कि देख लेंगे | मगर उन्होंने लगभग 10 दिन और गुज़ार दिए लेकिन कोई करवाई नहीं की,यही नहीं वो कोटेदार पर इस क़दर मेहरबान हैं कि उन्होंने एक मृत कोटेदार के उपभोक्ताओं को भी इसी भ्रष्ट कोटेदार की दुकान से सम्बद्ध कर दिया जबकि ममता गौतम की दुकान से 100 मीटर की परिधि में 3 दुकाने और भी हैं | ऐसे भ्रष्ट कोटेदार के विरुद्ध काईवाई करने के बजाए उसे और नवाज़ा गया | कुछदिन पूर्व जब उनको फ़ोन कर पूछा गया कि आप द्वारा क्या करवाई कि गई तो उन्होंने बताया कि वो खबर का लिंक इसलिए नहीं देख सके क्योंकि उनके मोबाईल में लिंक नहीं खुल रहा है ,ये जानने के बाद हमारे संवाददाता उनको लिंक दिखाने उनके द्वारा बताए गए पते राजाजी पुरम स्थित राशनिंग दफ्तर पहुंचे जहाँ उनसे मेरे संवाददाता कि भेंट हुई और मेरे संवाददाता ने उनको खबर दिखाई | खबर देखकर उन्होंने कहा कि मैं जल्द इसकी जनकज इंस्पेक्टर को देकर सख्त करवाई करूँगा लेकिन फिर 10 दिन गुज़र जाने के बाद उन्होंने कोई करवाई नहीं कि | आज जब फिर उनसे फ़ोन करके पूछा गया कि आप द्वारा कोटेदार के विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि मेरे इंस्पेक्टर के दुर्घटना के कारण चोटें आ गई हैं | बहरहाल 2 अप्रैल को दिखाई गई खबर का अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया ,मतलब ये हुआ कि आज 22 दिन गुज़र जाने के बाद भी तमाम बहानों
का सहारा लेकर कोटेदार को और नवाज़ा गया न कि कोई करवाई | खुलेआम कालाबाज़ारी करने वाले इन कोटेदारों के विरुद्ध जब तक टीजी चलती रहेगी जमकर रिश्वत ली जाती रहेगी जबतक कोई करवाई होना भी संभव नज़र नहीं आता है | विभाग का ये हाल है कि कई बार डीएसओ और एडीएम आपूर्ति को फ़ोन करने के बाद भी उनके फ़ोन नहीं उठते हैं | ऐसी स्थित में आम जनता कार्रवाई के लिए किस से गुहार लगाए ? हालाँकि इस मामले में एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्य नाथ से शिकायत दर्ज करवाई है ,यही नहीं खाद एव रसद मंत्री से भी इस मामले की लिखित शिकायत की गई है | गौरतलब बात ये ये है कि आज तक इस मामले में एआरओ संतोष जी ने अपना कोई बयां नहीं दिया ,जब भी उनसे कहा जाता है कि आप इस प्रकरण पर बयान दे दें,तब तब वो कोई बहाना करके टाल देते हैं| आज भी उनसे बयान लेने की बात की गई और उन्होंने कल बयान देने की बात कहकर आज भी बयान टाल दिया | हालाँकि राजाजीपुरम में हमारे संवाददाता से उनके द्वारा की गई बातचीत के अंश अभी भी हमारे पास मौजूद हैं |

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