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देश की बड़ी खबर ,,,,,,त्वचा रोग में इस्तेमाल होने वाली दवा से मुंबई में किया जा रहा है कोविड-19 का सटीक इलाज

लखनऊ ,संवाददाता |वैसे तो अभी तक किसी ने शायद ही सुना हो कि त्वचा रोग में इस्तेमाल होने वाली दवा को कोविड-19 के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है | जी हाँ ये चौकाने वाली खबर मुंबई महाराष्ट्र से प्राप्त हुई है |भले ही अभी तक अन्य किसी राज्य को इसके ट्रायल की कोई खबर नहीं है, लेकिन ये सत्य है कि इसकी शुरुआत महाराष्ट्र से हो गई है | अभी तक कोरोना वायरस की कोई कारगार दवा या वैक्सीन का विकास नहीं हो सका है. ऐसे में जिन संभावित दवाओं से इलाज की उम्मीद है, दुनियाभर के डॉक्टर उन्हीं का सहारा ले रहे हैं | ऐसा ही प्रयोग मुंबई के केईएम अस्पताल में एक 35 वर्षीय कोरोना मरीज पर इटोलिजूमैब नाम की दवा का प्रयोग किया गया है, ये दवा सोरायसिस के इलाज में काम आती है |

मुंबई के एक केईएम अस्पताल के डीन डॉ. हेमंत देशमुख ने बताया कि शनिवार को एक 35 वर्षीय मरीज को 8 घंटे के अंतराल पर इस दवा को दिया गया. इटोलिजूमैब को बायोकॉन ने कोविड-19 के इलाज के लिए अधिकृत किया है |

इस दवा को ह्यूमनाइज्ड एंटी सीडी 6 मोनोक्लोनल एंटीबॉडी के तौर पर क्लासिफाई किया गया है | जिसका मतलब होता है लैब में पैदा किया गया ऐसा मॉलिक्यूल जो बाहरी कोशिकाओं से लड़ने में रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए सब्सटीट्यूट एंटीबॉडी का काम करता है. जिस 35 वर्षीय मरीज पर इस दवा का ट्रायल किया गया वह वर्ली का रहने वाला है और पेशे से ड्राइवर है. उसे 27 अप्रैल को केईएम में भर्ती किया गया था, अगले दिन वह कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया, केईएम हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने बताया कि मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है, क्योंकि उसका ऑक्सीजन लेवेल बहुत गिर गया है |.
उन्होंने बताया हमने कुछ हफ्ते पहले केईएम और कोविड-19 का इलाज कर रहे अन्य अस्पतालों में इस दवा के क्लिनिकल ट्रायल की इजाजत मांगी थी लेकिन अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य है जिसने त्वचा रोग में इस्तेमाल होने वाली दवा को कोविड-19 के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जबकि अन्य किसी राज्य में इसके ट्रायल की अभी तक कोई खबर प्रकाश में नहीं आई है |
उन्होंने बताया कि इस 35 वर्षीय मरीज़ को कम गंभीर मरीज की श्रेणी में रखा जा सकता है, हमने उसे दवा दी है, इस दवा के इस्तेमाल से उसका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और वह कोरोना से आसानी से लड़ सकेगा. इस बीच बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल ऐसे दूसरे कोविड-19 मरीज की तलाश में हैं जिस पर प्लाज्मा ट्रीटमेंट थेरपी का ट्रायल किया जा सके |

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