HomeINDIAकेंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर कहीं ख़ुशी कहीं ग़म

केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर कहीं ख़ुशी कहीं ग़म

यह बजट मध्यम वर्ग के सपने को करेगा पूरा, न्यू इंडिया को ले जाएगा सही राह पर ; योगी आदित्यनाथ

लखनऊ (संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार का अंतरिम बजट आज प्रतीक्षा के बाद आ जाने के बाद जहाँ विपक्ष ने बजट की जमकर आलोचना की है तो वहीँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बजट की जोरदार प्रशंसा की है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बजट मध्यम वर्ग के सपने को पूरा करने के साथ न्यू इंडिया को सही राह पर ले जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट पेश होने के बाद कहा कि बजट में किसान, मध्यम वर्ग, गरीब, महिलाओं समेत हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट न्यू इंडिया का सपना पूरा करने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम बजट पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार का यह बजट स्वागतकरने के क़ाबिल है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बजट में जो प्रावधान किया गया वह हर वर्ग को ध्यान में रखकर किया गया है। इस बजट से बारह हजार करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही 10 करोड़ मजूदरों को बड़ा फायदा मिलेगा। जो पूरे जीवन भर मजदूरी करने के बाद बुढ़ापे में लाचार हो जाते हैं ,उन्हें पेंशन मिलेगी, यह बहुत ही सराहनीय कदम है। इस बजट में किसान, मजदूर, व्यापारी, महिलाओं, गरीब, गांववाले, नौजवानों और सामान्य वर्ग हर किसी को राहत दी गई है। यह बजट स्वागत योग्य है। अभिनंदन योग्य है। समाज के प्रत्येक तबके को इस बजट में ध्यान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि पांच लाख रुपये तक आय में कोई टैक्स न लगने से मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के मध्यम वर्गीय लोगों का ख्याल रखा है। बजट की घोषणाओं से किसानों व व्यापारियों को लाभ मिलेगा। बजट में पांच लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स न लगने से मध्यम वर्ग के करीब तीन करोड़ लोगों को सीधा फायदा होगा।
योगी के अलावा केंद्र सरकार के बजट पर विपक्ष ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे भाजपा की एक और जुमलेबाजी का नाम दिया है | यह भी कहा कि केंद्र सत्ता में बने रहने का भाजपा का मंसूबा पूरा नहीं हो पाएगा। कांग्रेस ने अप्रासंगिक, सपा ने किसान विरोधी, रालोद ने काल्पनिक और बसपा ने बजट को मायूस करने वाला बताया है|
मायावती ने मोदी सरकार के बजट को समस्याओं के समाधान से दूर जुमलेबाजी वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि गत पांच वर्ष में आर्थिक समानता की खाई और ज्यादा बढ़ी है। भारत में धन और विकास केवल मुट्ठी भर धन्ना सेठों के हाथों में सिमट गया है। लंबे चौड़े बयानों और जुमलेबाजी से देश की तकदीर नहीं बदल सकती है। भाजपा की वादाखिलाफी की तरह ही अंतरिम बजट भी आम जनता को मायूस व बेचैन करने वाला ही है।

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