HomePOLITICSकांग्रेस के घोषणा पत्र पर भारी पड़ेगा भाजपा का घोषणा पत्र

कांग्रेस के घोषणा पत्र पर भारी पड़ेगा भाजपा का घोषणा पत्र

घोषणा पत्र में राम मंदिर निर्माण करने और कश्मीर से अनुच्छेद 35-ए को हटाने का भी वादा

लखनऊ (सवांददाता) कांग्रेस के घोषणा पत्र के जवाब में आज लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने भी आज़ादी के 75 साल पूरे होने को मद्देनज़र रखते हुए घोषणा पत्र में 75 संकल्पों को रक्खा है | इसे ‘संकल्पित भारत, सशक्त भारत’ नाम दिया गया है। गौरतलब है कि संकल्प पत्र जारी करने के मौके पर भाजपा के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के अलावा घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, थावरचंद गहलोत और रामलाल मौजूद थे। जबकि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी मंच पर नज़र नहीं आये । 2014 और इससे पहले लगभग हर मौकों पर इन दोनों नेताओं की मौजूदगी में ही भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी किया था। इस बार आखिर क्या बात थी, जो ये दोनों नेता मंच पर नज़र नहीं आ रहे
थे |
इस मौके पर भाजपा अपने पुराने मुद्दे से भी नहीं भटकी है , यानि उसने राम मंदिर मामले पर स्पष्ट रूप से कहा है कि राम मंदिर के संकल्प को भी हम दोहराते हैं। हमारा प्रयत्न होगा कि राम मंदिर का जल्द से जल्द निर्माण हो जाए और यही नहीं कश्मीर से अनुच्छेद 35-ए को भी हटाया जायेगा ।

यूनिफॉर्म सिविल कोड पर भाजपा की प्रतिबद्धता बनी रहेगी। नागरिकता संशोधन विधेयक दोनों सदनों से पास कराएंगे और उसे लागू करेंगे, लेकिन किसी राज्य की संस्कृति और भाषाई पहचान को बचाएंगे।
25 लाख करोड़ रुपए ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में हम खर्च करेंगे। किसानों की आय को हम 2022 तक दोगुना करेंगे। किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले 1 लाख के कर्ज को पांच साल तक ब्याज मुक्ति रखेंगे। सभी किसानों के लिए पेंशन योजना शुरू करेंगे। ताकि 60 साल की उम्र के बाद उनकी सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के लिए हम संग्रहालय बनाएंगे। पहाड़ी, आदिवासी और वर्षा-सिंचित क्षेत्रों में 20 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन पर रसायन मुक्त जैविक खेती को प्रोत्साहित करेंगे।
प्रत्येक परिवार के लिए पक्का मकान, एलपीजी सिलेंडर मुहैया कराएंगे। सभी घरों का 100 प्रतिशत विद्युतीकरण करेंगे। हाईवे दोगुने बनाएंगे। जिन रेल मार्गों पर संभव होगा 2022 तक ब्रॉड गेज में बदलेंगे। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देंगे। सरकारी सेवाओं को डिजिटल बनाएंगे।

शिक्षा, युवा और राेजगार के क्षेत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने वाले 22 क्षेत्रों की पहचान करके उनमें रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे। राष्ट्रीय शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान की स्थाना करेंगे। कक्षाओं में स्मार्ट क्लासेज की शुरुआत करेंगे। केंद्रीय, विधि इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रबंधन संस्थानों में पांच साल में 50 प्रतिशत सीटें बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे। अगले पांच साल में उच्च शिक्षा के 50 उत्कृष्ठ संस्थान स्थापित करेंगे।
यही नहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत के तहत 1.25 लाख हेल्थ केयर सेंटर बनाए जाएंगे। 2022 तक 75 चिकित्सा महाविद्यालय या स्नातकोत्तर चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित करेंगे। 2024 तक एमबीबीएस और विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या दोगुनी करेंगे। कोशिश करेंगे की हर 1400 मरीजों पर एक डॉक्टर उपलब्ध हो। 2022 तक सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित करेंगे।

आतंक के प्रति जीरो टॉलरेंस पॉलिसी रहेगी। भारत में होने वाली घुसपैठ को हम सख्ती से रोकेंगे।
सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इसे अब हर क्षेत्र में बढ़ाएंगे। संविधान संशोधन कर संसद और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राष्ट्रीय व्यापार आयोग बनाएंगे जो व्यापारियों की चिंता करेगा। दुकानदारों को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन देंगे। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंक और बेहतर करेंगे। निर्यात दोगुना करेंगे। उद्योंगों के लिए एकल खिड़की और अनुपालना विभाग बनाने पर काम करेंगे।

संकल्प पत्र की घोषणा के दौरान मोदी ने कहा, 2014 से 2019 में हमारे कार्यों में सामान्य लोगों की जो जरूरतें हैं उन्हें हमने एड्रेस किया। देश जिन सपनों के साथ चल पड़ा है। जो 1950-60 के कालखंड में होना था वो मुझे 14 से 19 में करना पड़ा। पहले हमने जरूरतों को पूरा करने के लिए योजनाएं चलाईं और अब देश के सपनों को पूरा करने के लिए काम करेंगे। गरीबी से लड़ना है तो दिल्ली में एसी में बैठे लोग गरीबी को परास्त नहीं कर सकते। मैं भी एसी में बैठता हूं इसलिए ऐसा कोई दावा नहीं कर सकता। गरीब ही गरीबी को खत्म कर सकता है।

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