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एससी/एसटी एक्ट में हुए संशोधन से नाराज़ संगठनों ने किया भारत बंद ,बिहार में हुईं हिंसक झड़पें और आगज़नी, धारा 144 लागू

लखनऊ (संवाददाता) एससी/एसटी एक्ट में किये गए संशोधन के बाद से ही कई संघठनों ने इस एक्ट में संशोधन किये जाने का विरोध शुरू कर दिया था |इस संशोधन के लिए संघठनों का तर्क था कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस क़ानून पर अंकुश भी लगाया गया था ,लेकिन राजनितिक स्वार्थ के लिए इस क़ानून में संशोधन कर दिया ,जिस कारण बेक़सूर लोगों को जेल भेजा जा रहा है |आज यही प्रकरण और गहरा गया और इसी मामले को लेकर भारत बंद का ऐलान कर दिया गया |आज जहाँ भारत बंद  ऐलान के बाद उत्तर प्रदेश ,बिहार और मध्यप्रदेश में भारत बंद का ज़बरदस्त प्रभाव पड़ा वहीँ जमकर आगज़नी भी हुई | इस एक्ट में संशोधन खिलाफ कई राज्यों में सवर्ण लामबंद हो गए हैं। यूपी व मध्य प्रदेश में राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी है। बिहार में प्रदर्शनकारियों ने आम लोगों के साथ मारपीट भी की है। उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर ट्रेनें रोकी गई हैं।
बिहार में प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया । कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया है। राजधानी पटना समेत कई जिलों में दुकानें बंद हैं तो वहीं आरा, मुंगेर और दरभंगा में ट्रेनें रोक दी गई हैं।मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव के काफिले पर पथराव किया गया है। यह पथराव तब हुआ जब उनका काफिला खबरा के पास से गुजर रहा था। इस हमले के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है|पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें इस तरह की घटना का अंदाजा नहीं था। मगर, यहां जाति पूछकर पिटाई की गई।
यूपी के कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। राजधानी लखनऊ में दुकानें बंद कर दी गई हैं। वहीं वाराणसी में लोगों ने पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। मैनपुरी और आगरा में भारत बंद के दौरान सवर्ण समाज के लोगों ने ट्रेनों को रोका। यूपी के गृह विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कई जिलों में धारा 144 लगा दी है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षकों को प्रदर्शन और बंद पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। वाराणसी में इलाहाबाद-पटना हाईवे पर में चक्का जाम के बाद लोगों ने जगह-जगह टायर फूंककर आगजनी की है।कुल मिलाकर आज भारत बंद तो सफल रहा लेकिन जमकर हिंसक झड़पें भी हुई हैं |

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