लखनऊ (सवांददाता) उत्तर प्रदेश पुलिस की निरंतर लापरवाहियों के प्रति भले ही डीजीपी ओपी सिंह को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों कड़ी फटकार लगाकर क़ानून व्यवस्था को सभालने की हिदायत दी थी, जिसके चलते उन्होंने अपने मातहतों को क़ानून व्यवस्था को चुस्त-दरुस्त रखने के कड़े निर्देश दिए थे | बावजूद इसके लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी के अलावा इन आदेशों का पालन करते हुए कोई और नज़र नहीं आ रहा है | कलानिधि नैथानी ने अपने मातहतों के विरुद्ध कार्रवाई करके उनके दिलों में खौफ पैदा किया है |जिस कारण लापरवाह और भ्रष्ट पुलिस कर्मी क़ानून व्यवस्था के प्रति संजीदा नज़र आ रहे है | लेकिन जहाँ पुलिस के आलाधिकारी क़ानून व्यवस्था को लेकर स्वयं लापरवाह है, वहां अपराध थमने नाम नहीं ले रहा है | इसी लापरवाही के चलते आज शाहजहांपुर में ऐसी ही एक घटना प्रकाश में आई है | रोजा के जमुही गांव निवासी सोनू की चचेरी दलित बहन से 15 दिन पहले गांव के ही संतोष गुप्ता पक्ष के लोगों ने छेड़छाड़ की थी। इस सम्बन्ध में थाने में तहरीर भी दी गई थी, लेकिन पुलिस ने पीड़ित को टरका दिया और प्राथना पत्र लेना तो दूर पीड़ित पक्ष को थाने से भी भगा दिया गया था | जिसके बाद से दोनों पक्षों में तनाव चल रहा था। चार दिन पहले फिर से दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसमें सोनू के भाई विनोद का हाथ टूट गया। सोनू पक्ष के लोगों ने इसकी शिकायत कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना से की, तब उनके हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने दो दिन पहले ही मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
लेकिन सोमवार सुबह दोनों पक्ष एक बार फिर आपस में भिड़ गए। इस दौरान आरोपित पक्ष के संतोष ने दूसरे पक्ष के सोनू की गोली मारकर हत्या कर दी। इससे आक्रोशित दूसरे पक्ष के लोगों ने संतोष के भाई मायाप्रकाश को पीटकर मार डाला। दोहरे हत्याकांड के बाद इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया। किशोरी पक्ष के लोगों ने दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर जाम लगाने के साथ ही आरोपित पक्ष के घरों में धावा बोल दिया। घरों में घुसकर महिलाओं, बुजुर्गों से जमकर मारपीट की गई।जब इस मामले की सूचना एसपी.एस चिनप्पा को मिली तो वो कई थानों का फोर्स लेकर घटना स्थल पर पहुंचे।
सूचना के अनुसार आज घटना उस समय घटी जब सुबह सोनू अपने चचेरे भाई मोहित के साथ बाइक से हथौड़ा स्थित एक फर्म में ड्यूटी पर जा रहा था। वह दिल्ली-लखनऊ नेशनल हाईवे स्थित पंप पर बाइक में पेट्रोल डलवाने गया तो वहां उन दोनों को संतोष पक्ष के लोगों ने घेर लिया। संतोष ने सोनू के सीने पर तमंचे से गोली चला दी, जिससे सोनू की मौत हो गई। इस बीच में ही मोहित ने गांव जाकर झगड़े की सूचना दे दी, जिस पर सोनू पक्ष के लोग वहां पहुंच गये। भीड़ देख संतोष व अन्य तो भाग गए, लेकिन मायाप्रकाश को उन लोगों ने लाठी-डंडों से इतना पीटा कि वो गंभीर रूप से ज़ख़्मी हो गया | इस बीच पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर घायल मायाप्रकाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई।
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