लखनऊ,संवाददाता । पुराने लखनऊ में स्थित मस्जिद मलका किश्वर में कल रात 9 बजे अंजुमन बरके हैदरी की ओर से हजरत पैगंबर मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे वालेही वसल्लम और इमाम जाफरे सादिक अलेहिस्सलाम की विलादत के सिलसिले में महफ़िले मक़ासिदे का आयोजन किया गया ।
महफिल को धर्मगुरु डॉक्टर हैदर मेहंदी ने संबोधित करते हुए पैगंबर साहब और इमामें जाफरे सादिक अलैहिस्सलाम की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, रसूल अल्लाह सल्लल्लाहो अलेही वालेही वसल्लम ने अपने स्वभाव से दीन का प्रचार किया। उन्होंने कहा यही किरदार इमाम जाफरे सादिक अलैहिस्सलाम का रहा । जिसकी वजह से लोगों ने मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वालैही वसल्लम का कलमा पढ़ा और इस्लाम धर्म को अपना लिया।
धर्मगुरु के संबोधन के बाद शायरों ने अपने अपने कलाम पेश किए।
महफिल की निजामत क़ारी गुलरेज नक़ी ने की ,जिसके बाद मंजूम नजरानए अकीदत का सिलसिला जारी रहा ।
शायरों में एजाज ज़ैदी, नय्यर मजीदी ,हसन फ़राज़ ,खुर्शीद रजा फतेहपुरी, जकी भारती, जीशान रिज़वी, मौलाना मोहम्मद अस्करी, इफ्तिखार हुसैन, फरमान लखनवी, फैजान जाफर, आज़ाद दार,मौलाना दानिश, दानिश लखनवी ,फुरकान हुसैन, रियाज लखनवी,सरवर दबीरी, कंबर लखनवी और हसन आबिद का नाम शामिल था।। इस मौके पर अंजुमन के सेक्रेटरी पप्पू मिर्ज़ा ने जश्न में शिरकत करने आए लोगों को जहाँ मुबारकबाद पेश की वहीं उनका शुक्रिया अदा किया।